पाई-पाई को मोहताज़ एमपी की शिवराज सरकार ने अब राज्य में जुए और लॉटरी की इजाज़त दे दी है। शराब, पेट्रोल-डीजल पर वैट और देश की सबसे महंगी बिजली के बिल वसूलकर भी खज़ाना नहीं भर रहा है।
1990 में बीजेपी की ही सुंदरलाल पटवा सरकार ने लॉटरी को कानूनी जामा पहनाया था। तब दर्जनों खुदकुशी के बाद सरकार ने उसे बंद भी कर दिया।
संस्कृति की दुहाई देने वाली बीजेपी की सरकार एमपी में जुआ और लॉटरी के दम पर चलेगी। सरकार की अधिसूचना 23 अगस्त की है। शिवराज सरकार ने बड़े मीडिया हाउस को दलाली देकर खबर तो दबा दी।
लेकिन कांग्रेसियों के कान में भी जूं नहीं रेंगी? ये कमाल नहीं, कमलनाथ का मैनेजमेंट है।
एमपी में कमल यूं ही नहीं खिला हुआ है।
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