Monday, 13 May 2024

सुनो ए नौ जवान लड़कियों, घर से भाग मत जाना




वो आंखे जो सपनो के राजकुमार का ख्वाब देखती है, वो आंखें अक्सर यह भूल जाती हैं कि एक नए परिवार की जिम्मेवारी, एक बिल्कुल अलग माहौल भी उसी सपनों के राजकुमार से जुड़ा है और जब उनका वास्ता इन सबसे पड़ता है तो उन्हें बहुत सी शिकायतें होने लगती है। 


रिलेशनशिप क्या है? रिलेशनशिप का मतलब एक bf या gf वाला रिलेशनशिप ही नही होता। एक ऐसा रिलेशन, जिसमे दो लोग सिर्फ भावनाओं से एक दूसरे से जुड़े रहते हैं। इक ऐसा रिश्ता जिस पर कोई सामाजिक मोहर या नाम नही होता मगर समाज के हर दिखावटी रिश्ते से बढ़कर फर्ज निभाया जाता है। एक ऐसा बंधन जिसमे आप एक दूसरे से जुड़े भी रहते है और आपकी आज़ादी पर भी किसी तरह की कोई पाबंदी नही रहती। वो एहसास जो आपको कभी तनहा नही रहने देता। 
ज़रूरी नही की कोई आपके साथ चल रहा है तभी साथ है।

अरे...

ज़रूरी तो ये है कि किसी की मौजूदगी आपको कभी अकेला महसूस ना होने दे। आपकी हँसी में जिसकी खुशी शामिल हो और आपके दर्द की नमी उसकी पलकों पर ठहर जाये। इक ऐसा रिलेशन जिसमे वादे नही होते, कसमें नही खायी जाती, बस एक एहसास जो दो लोगो को आपस में जोड़े रखता है। रिलेशन शिप का अंत ज़रूरी नही की शादी हो या हमेशा के लिए बिछड़ जाना या फिर तमाम उम्र का पछतावा। 

नही...

ये पछतावा नहीं,एक मीठी याद की तरह होता है। निश्चल निष्पाप पाक बंधन। जिसमे कोई सीमाएं नही है कोई रोक टोक नही है। सुगंधित इत्र की तरह महकने वाला एक रिश्ता जो हमारी आत्मा तक को अमरत्व सा प्रदान करता है। उम्र भर निभाया जाने वाला एक सुखद अहसास एक भरोसा, कि चाहे मेरे साथ कोई हो ना हो वो हमेशा होगा, एक विश्वास। जो आपको कभी कमज़ोर नही पड़ने देता। 

सुनो ए नौ जवान लड़कियों
पढ़ी लिखी सुंदर और समझदार लड़कियों
मत आओ बाहरी लड़कों की बातो के झांसों में
ये करेंगे तुमसे दिलों-जान की बातें
ये कहेंगे तुम्हे देंगे सुंदर जिंदगी जीने का मौका
और छीन लेंगे तुमसे जीने का भी मौका
ये तो इसी फिरात में रहते हैं
घर से भाग जाओ तुम कपड़े और जेवरात लेकर 
ताकि बना सके तुम्हे बलि का बकरा
और खुद खा सके बिरयानी तड़का
जागो ए नौ जवान लड़कियों 
खुद पर ना हावी होने दो इन उदंड लडको को 
क्यों ऐतबार करना है इनकी बातो पर 
जो मोबाइल पर करते है गुमराह करने की बाते 
फेस बुक ओर इंस्ट्राग्राम चलाकर करते है 
दिल फेक और आशिकी की बाते 
ये क्या होंगे तेरे अपने 
जो तेरे मां बाप और सगे संबंधी के भी नही लगते अपने 
ये क्या बंधेंगे तेरे प्यार के बंधन में
जो बांधना नही चाहते हैं शादी के बंधन में
जागो ए नौ जवान लड़कियों
पढ़ी लिखी और समझदार लड़कियों
मत धकेलो खुद को इन बदमाशो के जांजलो में
जो करते है तुम को अधनंगा
फिर खेलते है तुम्हारी भावनाओं से 
और जब मन भर जाता इनका 
तब टुकड़े करके फेक देते हड्डियों को नाले में
इतनी हिम्मत आयी इनको कहां से 
अगर न देती कोई लड़कियां इनका साथ
अगर वो होती अपने मां बाप के साथ 
प्रेम पूर्वक और मां बाप तथा समाज के सहयोग से 
अगर कोई लड़की ब्याह रचाए
और तब करे कोई लड़का ऐसी घटना 
तो समझ लेना उसी समय उस लड़के की होगी दुर्घटना 
सुनो ए नौ जवान लड़कियों
पढ़ी लिखी सुंदर और समझदार लड़कियों 
खुद को हो तुम्हारे जीवन पर नाज
और मरने के बाद भी तुम्हारे इज्जत पर आंच न हो 
और मां बाप की तुम शान कहलाओ। 

आप फ्रस्ट्रेशन का शिकार तब होते हैं जब आप मन ही मन जानते हैं कि आप अपनी क्षमता का पूरा पूरा उपयोग नहीं कर पा रहे हैं। इसके उलट मुझे एक और बात लगती है कि आप फ्रस्ट्रेशन का शिकार तब भी होते हैं, जब आप अपनी योग्यता का पूरा पूरा इस्तेमाल एक ग़लत जगह कर रहे होते हैं। 

लेकिन आपके पास कोई और विकल्प नहीं होता। संबंध, नौकरी, पड़ोस हर वो चीज़ जो आपके आसपास है, उसमें जकड़ने की जबरदस्त क्षमता होती है। 

कबीर तो कह गए 'हीरा वहाँ न खोलिए, जहाँ कुंजड़ों की हाट'। पोटली में हीरा बांधे बांधे भी थकान होने लगती है, उसके बारे में क्या? अधिकांश टैलेंटेड व्यक्ति एक अभिशाप के साथ जीवन काटते हैं, उनके हुनर को आजीवन जौहरी न मिल पाने का। 

जे एस मिल कह गए हैं एक संतुष्ट शूकर की अपेक्षा एक असंतुष्ट मानव का जीवन श्रेष्ठतर है। बस यही उक्ति संतोष है!

इन सभी बातों में हमारा कोई भी सपना टूटा नही है बल्कि हमारे अपने ही सपने अधूरे भी थे औऱ अपरिपक्व भी थे, हमारी अपनी ही तैयारियां अधूरी थी इसलिए हमारी अपनी कोशिशें भी अधूरी थी। पर अफसोस इतनी छोटी सी बात समझने के लिए हमें एक ज़िन्दगी भी कम पड़ जाती है।

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